कुछ सुकूँ सा मिला, आज ये शब्द पढ़कर दिल को। कुछ सुकूँ सा मिला, आज ये शब्द पढ़कर दिल को।
काँटों पर चलकर जिसने फूलों का आशियाना सजाया , शोलों पर चलकर जिसने हमें अंगारों की तपन काँटों पर चलकर जिसने फूलों का आशियाना सजाया , शोलों पर चलकर जिसने हमें अंगारो...
आइ लव यूँ कहा आइ लव यूँ कहा
हाँ, माना तब गुस्सा करती थी लेकिन आज मैं उसे मिस करती हूँ हाँ, माना तब गुस्सा करती थी लेकिन आज मैं उसे मिस करती हूँ
परसों मुलाकात हुई उनसे, हाल पूछा तो झट से बोले "ठीक हूं मैं"। परसों मुलाकात हुई उनसे, हाल पूछा तो झट से बोले "ठीक हूं मैं"।
बसंत बहार आई हरियाली साथ लाई, सबके मन को भाई, रग-बिरंगे फूल खिले भवरों के मन को ललच बसंत बहार आई हरियाली साथ लाई, सबके मन को भाई, रग-बिरंगे फूल खिले भवर...